अब एलपीजी गैस सिलेंडर आम जनता के लिए और भी सस्ता होने जा रहा है। सरकार ने हाल ही में एलपीजी सिलेंडरों पर लगने वाले जीएसटी (GST) में कमी की घोषणा की है, जिससे देशभर में उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है। बढ़ती महंगाई के बीच यह फैसला रसोई के बजट में राहत पहुंचाने वाला माना जा रहा है। इस बदलाव का सीधा असर हर घर की जेब पर पड़ेगा, खासकर उन परिवारों पर जो मुख्य रूप से गैस सिलेंडर पर निर्भर हैं।
यह कदम सरकार की जनकल्याण योजनाओं के तहत उठाया गया है, जिससे गरीब और सामान्य वर्ग के लोग भी बिना किसी आर्थिक बोझ के खाना पका सकें। आइए जानते हैं, क्या है यह नई नीति, कितनी हुई कमी, और अब एलपीजी गैस सिलेंडर की नई कीमतें क्या हैं।
LPG Gas Cylinder Price
हाल ही में सरकार ने घरेलू एलपीजी सिलेंडर पर लगने वाले जीएसटी को 18% से घटाकर सिर्फ 5% कर दिया है। इस फैसले से सीधे तौर पर ग्राहकों को सिलेंडर की कुल कीमत में लगभग 100 से 150 रुपये तक की राहत मिलेगी, जो राज्य और वितरण एजेंसी के हिसाब से अलग-अलग हो सकती है। पहले उपभोक्ताओं को एलपीजी सिलेंडर पर ऊँचे कर की वजह से ज्यादा भुगतान करना पड़ता था, पर अब घटे जीएसटी के साथ सिलेंडर की कीमत में सीधी कमी आएगी।
देश के बड़े शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में घरेलू एलपीजी सिलेंडर की औसत कीमत पहले की तुलना में अब कम हो गई है। दिल्ली में जहाँ पहले एक घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत लगभग 903 रुपये थी, वहीं जीएसटी में कमी के बाद यह घटकर करीब 780 रुपये के आसपास आ गई है। इसी तरह अन्य शहरों में भी दाम में लगभग 100 रुपये की कमी देखी जा रही है।
सरकार की योजना और लाभ
यह कदम प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से भी जुड़ा हुआ है। इस योजना के अंतर्गत सरकार गरीब परिवारों को सब्सिडी और नए गैस कनेक्शन उपलब्ध करवा रही है। उज्ज्वला योजना की शुरुआत ग्रामीण और निम्न आय वर्ग की महिलाओं को स्वच्छ ईंधन उपलब्ध कराने के लिए की गई थी। अब जीएसटी में कटौती से इस योजना के लाभ और अधिक बढ़ जाएंगे।
सरकार ने यह भी बताया है कि इस बदलाव से न केवल उपभोक्ताओं का जीवन आसान होगा, बल्कि स्वच्छ ऊर्जा के प्रयोग को भी बढ़ावा मिलेगा। लकड़ी और मिट्टी के चूल्हों से निकलने वाले धुएँ से होने वाले स्वास्थ्य नुकसान को देखते हुए एलपीजी का उपयोग अधिक सुरक्षित और स्वास्थ्यवर्धक विकल्प माना गया है। नई कर रियायतें इसे और सुलभ बनाएंगी।
एलपीजी की कीमतें कैसे तय होती हैं
एलपीजी सिलेंडर की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की दरों और सरकार की कर नीति पर निर्भर करती हैं। तेल कंपनियाँ हर महीने इनकी समीक्षा करती हैं और नई दरें जारी करती हैं। जब कच्चे तेल के दाम बढ़ते हैं, तो एलपीजी सिलेंडर महंगे हो जाते हैं, लेकिन सरकार कर दरों या सब्सिडी के माध्यम से उपभोक्ताओं पर बोझ कम करने की कोशिश करती है। जीएसटी में यह हालिया कमी इसी दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।
इसके अलावा सरकार समय-समय पर उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को प्रत्यक्ष सब्सिडी हस्तांतरण (DBT) के माध्यम से सिलेंडर पर छूट भी देती है। इससे ग्रामीण और गरीब वर्ग को अतिरिक्त राहत मिलती है। अब घटे जीएसटी के साथ यह राहत और अधिक प्रभावी हो जाएगी।
भविष्य में इसके क्या फायदे होंगे
एलपीजी सिलेंडर के दाम घटने से घरेलू उपभोक्ताओं का मासिक खर्च कम होगा। साथ ही छोटे ढाबों, रेस्तरां और ईंधन का उपयोग करने वाले छोटे व्यवसायों को भी इसका फायदा मिलेगा। यह कदम पर्यावरण के लिए भी सकारात्मक है, क्योंकि एलपीजी के उपयोग से प्रदूषण कम होता है।
सरकार इस बदलाव को ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम मान रही है। जीएसटी घटाने से एक और फायदा यह होगा कि ग्रामीण इलाकों में गैस कनेक्शन लेने वालों की संख्या बढ़ेगी। इससे रसोई में धुआँ रहित वातावरण मिलेगा और महिलाओं का स्वास्थ्य बेहतर होगा।
निष्कर्ष
जीएसटी में कटौती के बाद एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतें कम होना देश के आम लोगों के लिए बड़ी राहत है। इस फैसले से न केवल रसोई का खर्च घटेगा, बल्कि स्वच्छ और सुरक्षित ईंधन के प्रयोग को भी बढ़ावा मिलेगा। सरकार की यह पहल जनहित में एक सकारात्मक कदम है जो हर वर्ग के नागरिक को लाभ पहुंचाएगी।